
प्रगति नगर दीपका की तालाब जहां प्रगति नगर के अलावा बेलटिकरी बसाहट व अन्य स्थानों का पानी एकत्रित होता है। जो अक्सर बरसात के महीने में अत्याधिक जल भराव के कारण उक्त तालाब का पानी प्रगति नगर के कॉलोनी में घुसकर तांडव भी मचाता रहता है। यह तालाब वर्षों से सफाई को मोहताज था। इसमें इतने जलकुम्भी उग आये थे की इसकी सफाई ना होने से गंदगी फैली हुई थी। जिसमे बीमारी पैदा करने वाले मच्छर पनप रहे थे। जिस वज़ह से आसपास के लोगो का जन जीवन प्रभावित हो रहा था।
तालाब के सफाई का ठेका लेने वाले ठेकेदार से हुई चर्चा में उन्होंने इस संदर्भ में क्या कहा
उक्त तालाब के सफाई का टेंडर secl दीपका के द्वारा निकाला गया था। जिसकी सफाई का ठेका लेने वाले कॉन्ट्रेक्टर से चर्चा में उन्होंने बतलाया की हमने इस तालाब के सफाई का बीड़ा उठाया था। अगले दो वर्षों तक जलकुम्भी या अन्य किन्ही कारणों से किसी तरह की कोई गन्दगी ना हो इसका ख्याल भी हम रखेंगे। इनका क्लेम पीरियड दो वर्षों का है।
तालाब में आम जन मानस द्वारा किया जा रहा पूजन सामग्री को ठंडा
आम जन मानस को यह जानकारी देना चाहेंगे की इस तालाब में नाले का पानी एकत्रित होता है। अतः ऐसे पानी में पूजन सामग्री को ठंडा ना करें। पूजन सामग्री पवित्र देवी देवताओं के मूर्तियों से निकाला हुआ होता है अतः ऐसे चीजों को बहती हुई नदी में ठंडा करने का नियम हिन्दू धर्म में बताया गया है। नाले के एकत्रित पानी में पूजन सामग्री को ठंडा करना यह एक तरह से अपमान किये जाने की श्रेणी में आता है। हमने पाया की सड़क किनारे तालाब के शुरुवाती वाले हिस्से में पूजन सामग्री व कुछ मूर्तियां पड़ी हुई थी। हम अपने समाचार पोर्टल के माध्यम से आम जन मानस से यह अपील करते हैं की कृप्या पूजन सामग्री या घर के पूजा स्थल से निकले सामग्री को यहाँ ठंडा ना करें क्योंकि यह बहता हुआ नदी का पानी नहीं बल्कि नाले का एकत्रित पानी है।
खदान विस्तार से पानी निकासी हुआ अवरुद्ध
पहले यहाँ जो पानी एकत्रित होता था यह पानी सड़क के उस पार नाले द्वारा बह जाता था। फिर सड़क के उस पार का इलाका खदान विस्तार के कारण अवरुद्ध हो गया जिस वज़ह से अब इस तालाब का पानी आगे नहीं बह पाता और एकत्रित होकर पड़ा रहता है। जिस पर जलकुम्भी उग आने से और उसके सड़ने गलने से पूरा तालाब बदबूदार हो जाता है। Secl प्रबंधन को चाहिए की तालाब के पानी निकासी का परमानेंट प्रबंध करे जिससे यहाँ का पानी जो कॉलोनीयों में घुसकर तांडव मचाता रहता है उससे लोगो को निजात मिले क्योंकि खदान विस्तार की वज़ह से ही यहाँ का जल आगे नहीं निकल पा रहा जो जल कॉलोनी में प्रवेश करके तांडव मचाता रहता है। यह secl प्रबंधन का दायित्व बनता है की खदान विस्तार की वजह से जो आम जन मानस पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है उसकी भरपाई करते रहे
नाले का पानी तालाब में इकठ्ठा होने से और ठहरा हुआ गन्दा पानी बीमारियों को दे रहा था बढ़ावा।
ज्ञात हो की ठहरा हुआ गंदा पानी विभिन्न तरह के कीड़ो व मच्छरों का आशियाना होता है। जहां से अनेकों तरह के रोगों को जन्म देने वाले मच्छर निकलकर आसपास के इलाके में रहने वाले लोगो को काट काटकर बिमार कर रहे थे। तो तालाब के सफाई का एक फायदा आम जन मानस को यह मिलेगा की यहाँ जो बीमारियां फैलाने वाले मच्छर थोक में पनप रहे थे। उन मच्छरों से व उनके कारण होने वाली बिमारियों से आम जन मानस को थोड़ी राहत मिलेगी।
Uday Kumar serves as the Editor of Nawa Chhattisgarh, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering local, regional, and national developments.

