दीपका के पत्रकार उदय चौधरी पर लगातार सत्ताधारी पक्ष से जुड़े लोगो के द्वारा सत्ता के बल पर अत्याचार किया जा रहा है। जिसकी बारम्बार शिकायत करने उपरांत किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। उधार सत्ताधारी पक्ष द्वारा राजनैतिक दबाव डालकर उदय चौधरी पर किसी ना किसी तरह का अपराध पंजी बद्ध करके उसे जेल भेज़ दिया जाता है।
पिछली मर्तबा मनोज मिश्रा नामक ASI एवं दैनिक भाष्कर दीपका के प्रतिनिधि सुशील तिवारी के माध्यम से दीपका टी आई अनिल पटेल कुल 90,000 की रिश्वत खाकर उदय चौधरी पर कुल 9 फर्जी धाराएं थोपकर उसे जेल भेज़ दिए थे फिर जेल से बेल करवाकर बाहर आने उपरांत उदय चौधरी कुल तीन वर्ष तक केस लड़े और जीते। मतलब उन पर लगे आरोप बेबुनियाद थे।

इसके पूर्व भी राजनैतिक षड़यंत्र करते हुवे दीपका थाने द्वारा उदय चौधरी पर मामला पंजी बद्ध करके न्यायालय भेजा गया जहां से वह बाइज्जत बरी हुवे। इस तरह से देखा जाये तो उदय चौधरी पर बारम्बार फर्जी मामले बनाकर उसे कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पर मजबूर किया जाता रहा है। इस बार पुनः चंद राजनैतिक व्यक्ति वह भी सत्ता पक्ष की ओर से पत्रकार सुशील तिवारी के साथ मिलकर उदय चौधरी पर जालसाजी करते हुवे उन पर फर्जी आरोप थोपने के लिए दीपका थाने में दबाव बना रहे हैं। जिसके तहत उदय चौधरी व उनकी पत्नी को दीपका थाने बुलाकर डराया धमकाया जा रहा है।
हद तो तब हो गई ज़ब उदय चौधरी पर टंडन मुंशी के संरक्षण में बाउंसर द्वारा डराने का प्रयत्न किया गया. थाने परिसर में वर्दी की आड़ में कुछ पुलिस कर्मी राजनैतिक पार्टियों के दलाल बनकर काम रहे हैं जो थाने के कार्यशैली को प्रभावित करते रहते हैं। जिसमे मुख्य रूप से जितेश सिंह राजपूत का नाम बढ़ चढ़कर सामने आ रहा है. जितेश सिंह राजपूत जो हैं वह भाजपा के ठेकेदार अभिषेक सिंह राजपूत के करीबी हैं दोनों दिन रात साथ में ही रहते हैं। इस तरह से भाजपा के लोगो के साथ पुलिस की मिलीभगत से थाने का काम प्रभावित हो रहा है। थाना राजनैतिक पार्टियों के गियर में चलने लगा है।
जिस तरह एक मछली पुरे तालाब को गन्दा करती है उसी तरह जितेश सिंह राजपूत वर्तमान में दीपका थाने में पदस्थ ऐसे पुलिस कर्मी हैं जो वर्दी की आड़ में भाजपा एजेंट के रूप में काम करते हैं और काम को अच्छे से अंजाम देने के लिए थाने के अन्य स्टॉफ को भी अनैतिक काम में संलिप्त होने को प्रेरित करते हैं जिस वज़ह से थाना परिसर में वर्दी की आड़ में गुंडाराज बढ़ता जा रहा है। और वर्दी का ख़ौफ़ आम जन मानस में इतना है की सरीफ आदमी अपने परिवार के साथ थाने जाने में घबराता है की ना जाने वहाँ बुलाकर क्या अनहोनी घटना को अंजाम दे दिया जाये।
उदय चौधरी अपना अनुभव शेयर करते हुवे बतलाते हैं की वह अपनी तरफ से जागरूकता दिखाते हुवे थाने में अनेक बार पत्राचार किये मगर उन्हें हर बार पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य मामले का फेना काटकर दे दिया जाता है। जिस वज़ह से विपक्ष खुद अनेकों तरह के काण्ड करके उदय चौधरी व उनके परिवार का जीवन प्रभावित करता चला रहा है। उदय चौधरी ने बतलाया की राजनैतिक षड़यंत्र करके सुशील तिवारी जो की दीपका क्षेत्र में दैनिक भाष्कर अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार हैं उनके द्वारा उदय चौधरी की पैतृक जमीन को कौड़ियों के भाव उनके भाई को शराब पीला पिलाकर हथिया लिया गया।
वही और भी ज्यादा जमीन हथियाने की लालच में लगातार उदय चौधरी पर राजनैतिक षड़यंत्र करके उन्हें तरह तरह से प्रताड़ित करके घर व जमीन छोड़ने व बेचने को मजबूर किया जा रहा है। पिछली बार राजनैतिक षड्यंत्र करके उदय चौधरी को ज़ब जेल भेजा गया था तब उनके बड़े भाई पर फर्जी अपराध पंजीबद्ध करके दीपका थाने द्वारा घर व जमीन छोड़कर जाने को विवश किया गया जिस वजह से उदय चौधरी के बड़े भाई अजय चौधरी अंततः अपना जमीन भाजपा के ही ठेकेदारों को कौड़ियों के भाव बेचकर दीपका से अन्य कहीं रवाना हो गए।

इस तरह जालसाजी में कामयाबी पाकर दीपका के पत्रकार सुशील तिवारी अब अन्य भाजपा से जुड़े लोगो को बारम्बार आगे करके उदय चौधरी पर जालसाजी करके उन्हें फ़साने की तरह तर्ज से कोशिश करते रहते हैं। दीपका थाना कुछ पत्रकार के तो कुछ सत्ताधारी नेताओं के तो कुछ विपक्षी नेताओं के दबाव में ही काम करता चला आया है। निष्पक्ष काम करना दीपका थाने के फ़ितरत में नहीं। इस क्षेत्र में एक से बढ़कर एक बड़े बड़े स्तर के क्राइम होते हैं।
कबाड़ चोरी कोयले की हेरा फेरी खदान से डीजल चोरी अवैध शराब इत्यादि मगर तमाम तरह के क्रिमिनल को छोड़कर दीपका थाने की पुलिस बारम्बार पत्रकार सुशील तिवारी के फेवर में काम करते हुवे उदय चौधरी पर जालसाजी करके उस पर तरह तरह के इल्जाम थोपकर अपराध पंजीबद्ध कर उसे जेल भेज़ देती है।
अपनी राजनैतिक पहुंच का दुरूपयोग करते हुवे भाजपा ठेकेदार अभिषेक सिंह राजपूत एवं दैनिक भाष्कर अख़बार के वरिष्ठ पत्रकार सुशील तिवारी एवं दीपका थाना के भाजपा समर्पित ASI जितेश सिंह राजपूत लगातार उदय चौधरी पर जालसाजी कर रहे हैं। उधर थाना प्रभारी से शिकायत करने पर आज तक किसी तरह का कोई निराकरण होता नजर नहीं आया। नेता पुलिस पत्रकार मिलकर लगातार उदय चौधरी को किसी ना किसी तरह से जालसाजी करते हुवे प्रताड़ित कर रहे हैं।
दीपका थाने के पुलिस कर्मी सत्ता धारी लोगो के हाँथ की कठपुतली बनकर रह गए हैं। उदय चौधरी के मां के नाम पर जो जमीन थे उनके तीन बेटे के जीवित रहते हुवे राजनैतिक जालसाजी करते हुवे फर्जी तरिके से एक भाई के नाम पर पॉवर ऑफ़ एटॉर्नी तैयार करके जमीन हड़पने का षड़यंत्र किया जा रहा है। उदय चौधरी के अनुपस्थिति में उसके पैतृक जमीन का फर्द बंटवारा करवा लिया गया। जिसमे उदय चौधरी के फर्जी हस्ताक्षर का उपयोग किया गया।
उदय चौधरी पत्रकार पर दीपका थाने में जो टंडन मुंशी के संरक्षण में बाउंसर द्वारा हमला हुआ इसकी सुचना वह परिवार समेत जिला कोरबा कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को दिए हैं। और मामले में निष्पक्ष जाँच कर कार्यवाही करने की मांग किये हैं।
अगर इसी तरह से नेता पत्रकार के कण्ट्रोल में थाने चलने लगा तो लोगो का क़ानून पर से पूरी तरह से विश्वास उठ जायेगा। उच्चाधिकारीयों को भ्रष्ट पुलिस कर्मी, भ्रष्ट पत्रकार एवं भ्रष्ट नेता पर भी कार्यवाही करवाकर समाज में संतुलन बनाये रखना चाहिए। भ्रष्ट नेता, पुलिस, पत्रकार पर कार्यवाही ना होने की वज़ह से इनके हौसले इतने बुलंद हो जाते हैं की समाज को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
Uday Kumar serves as the Editor of Nawa Chhattisgarh, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering local, regional, and national developments.

